- अहंकार सबसे बुरी चीज Story In Hindi
एक तपस्वी अपनी तपस्या पूरी करके उठे तो सोचा कि तीर्थाटन करें और चल पड़े । रास्ते में एक पेड़ के नीचे वह आराम करने के लिए बैठ गए, इतने में ऊपर से एक चिड़िया ने उनके सिर पर बीट कर दिया । तपस्वी क्रोधित हो गए, और उन्होंने आंख उठा कर ऊपर देखा । देखते चिड़िया भस्म होकर नीचे गिर पड़ी । तो तपस्वी को अपनी तपस्या का बड़ा अहंकार हो गया वह आगे चल पड़े । एक गृहस्थ के दरवाजे पर पहुंचे और खाने के लिए कुछ मांगा ।
गृह स्वामी बीमार था ग्रहणी उसकी सेवा में लगी हुई थी। तपस्वी ने जब आवाज लगाई तो ग्रहणी ने अंदर से ही कहा कि महाराज थोड़ा ठहर जाइए मैं अभी आपको भिक्षा देती हूं। तपस्वी तो अपनी तपस्या के अहंकार में डूबे हुए थे उन्होंने फिर दोबारा आवाज लगाई और कहा कि तू देती है या मैं तुझे भस्म कर दूं। कि ग्रहणी ने सहज भाव मैं जवाब दिया महाराज मेरे पति बीमार है में उनकी सेवा में लगी हूं इसलिए मैंने आपसे ठहरने को कहा था मैं उस पेड़ की चिड़िया नहीं हूं जो आपके देखने से भस्म हो जाऊं इतना सुनते ही तपस्वी का सारा अहंकार हवा हो गया।
स्वामी जी महाराज ने कहा कि जब अहंकार आ जाता है और आदमी है सोच लेता है कि मैं वह कर दूंगा मैं यह कर दूंगा, वही से उसका पतन शुरू हो जाता है। अहंकार सबसे बुरी चीज है और सारे किए कराए पर पानी फेर देता है।
निष्कर्ष ✍
हमें इस कहानी से यह शिक्षा मिलती है कि हमें अपने जीवन में कभी भी अहंकार नहीं करना चाहिए धन्यवाद । 🙏

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